गुरुवार, 13 जनवरी 2011
JARA SOCHIYE: जरा सोचिये ....१० जनवरी २०११
JARA SOCHIYE: जरा सोचिये ....१० जनवरी २०११
: "इन्सान इतना फितरती है उसे जितना अधिक धन मिल जाता है उसकी भूख भी उसी हिसाब से बढती जाती है, उसका लालच बढ़ता जाता है। यही लालच उसे कदाचार,..."
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