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शनिवार, 12 अक्तूबर 2013

उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ता हमारा देश

 
पिछले कुछ समय से घटित देश की राजनैतिक गतिविधियों को देखें तो लगता है हमारा  देश उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ने लगा है.देश में  नित्य बढ़ रही अराजकता ,अत्याचार ,अनाचार ,हिंसा,विषमता को लगाम लगने की आशा जगी है.         जानते हैं कैसे;--
  १, गुजरात के मुख्य मंत्री  नरेन्द्र मोदी को अपनी पार्टी भारतीय जनता पार्टी की और से भावी प्रधान मंत्री का उम्मीदवार घोषित किया गया है.यहाँ पर यह बताना उचित होगा की मोदी को बी. जे. पी. का उम्मीदवार घोषित किया गया यह महत्वपूर्ण नहीं है ,महत्त्व पूर्ण है बहुत समय पश्चात् राष्ट्र पटल पर एक ऐसा नेता उभर कर आया है जिसके  पास देश के विकास के लिए अपनी सोच है.उसके अन्दर देश को विक्सित करने की इच्छा शक्ति  है,उसके पास अनेक उत्साहवर्द्धक योजनायें हैं,और उन योजनाओं को कार्यरूप देने की क्षमता भी है,अतः यदि आज का निराश मतदाता उस पर विश्वास करके उसे जिताता है और देश के सुखद भविष्य के सपने देखता है कुछ भी गलत न होगा।
२,अन्ना हजारे जैसे क्रांतिकारी नेताओं के प्रयास से देश को सूचना का अधिकार प्राप्त हुआ(RTI) ,जिस कानून के कारण सरकार  और नौकर शाही के काले कारनामे जनता के समक्ष आ सके,सत्तारूढ़ नेताओं की कार्यशैली का भंडाफोड़ हुआ.जनता की गाढ़ी कमाई से प्राप्त टैक्स की बर्बादी जनता के सामने आ सकी.
३,सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक आदेश के अंतर्गत फैसला  दिया की जो भी व्यक्ति किसी भी अदालत द्वारा दोषी ठहराया जाता है और उसे दो वर्ष या उससे अधिक सजा दी जाती है,तो वह जनप्रतिनिधि के पद से वंचित हो जायेगा,और सजा काटने के उपरांत अगले छः वर्ष तक चुनाव नहीं लड़ सकेगा। 
४,हमारे नेताओं ने तुरंत सुप्रीम कोर्ट के आदेश को प्रभावहीन करने के लिए अध्यादेश तैयार कर लागू करने का प्रस्ताव किया, जो जनता के सर्वव्यापी विरोध के कारण,और माननीय राष्ट्रपति महोदय की सक्रियता के कारण, सरकार को वापस लेना पड़ा,जिसे जनता की बहुत बड़ी जीत के रूप में देखा जा सकता है. और सभी पार्टियों को उस अध्यादेश का विरोध करने का उपक्रम करना पड़ा.इस अध्यादेश के रद्द हो जाने से सभी पार्टियों को दागी नेताओं को चुनाव लडाने से बचना होगा, जो देश के विकास के  लिए सकारात्मक उपलब्धि सिद्ध होगा 
      यदि देश के नेता अपराधी नहीं होगे, स्वच्छ छवि वाले, मेधावी और राष्ट्रभक्त होंगे,देश की सेवा की भावना से ओत  प्रोत होगे तो,वे अपनी तिजोरी भरने की कम देश की और देश की जनता के भलाई के  लिए अधिक  सोच पाएंगे,सार्थक योजनायें बनायेंगे, जिससे देश का विकास निश्चित है। कानून व्यवस्था सुधरेगी,भ्रष्टाचार को लगाम लग सकेगी, जो जनता के लिए राहत कारी होगा,कल्याणकारी  होगा,देश का भविष्य उज्जवल बन सकेगा।     
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  सत्य शील अग्रवाल